Considerations To Know About sidh kunjika
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देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्
न सूक्तं नापि ध्यानम् च न न्यासो न च वार्चनम् ॥ २ ॥
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
जाग्रतं हि महादेवि जपं सिद्धं कुरुष्व मे।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः
गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति ।
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अति गुह्यतरं देवि देवानामपि दुर्लभम् ॥ ३ ॥
सरसों के तेल का दीपक है तो बाईं ओर रखें. पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश के आसन पर बैठें.
धां धीं धूं धूर्जटेः पत्नीः, वां वीं वागधीश्वरी तथा।
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
मां दुर्गा की पूजा-पाठ में शुद्धता का विशेष ध्यान रखें. सुबह-शाम जब भी आप ये पाठ करें तो स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण करें और फिर इसे शुरू करें.
Another thing that ought to be observed is the fact that such a way requires tricky Sadhna and Sacrifice from anyone. Concurrently, the adverse result in the slightest error is the reason that Tantrik tactics of achieving God are more info frequently said being avoided.